डिप्रेशन

डिप्रेशन

डिप्रेशन मानव जीवन की एक आम समस्या है, जिससे कई लोग प्रभावित होते है । यह एक मानसिक स्वास्थय समस्या है जिसमे व्यक्ति के विचार, भावनाओं, और व्यव्हार में बदलाव आता है डिप्रेशन के कारण व्यक्ति हताशा, निराशा, तथा उदासी की भावनाओं से गुजरता है । डिप्रेशन होनेके विभिन्न कारण हो सकते है । सामाजिक आर्थिक पारिवारिक व्यक्तिगत तथा भविष्य की चिंताए तथा तनावपूर्वक स्थितियाँ, जैसे हालातो से भी यह संबधित है ।

उदासीः

उदासीनता डिप्रेशन का मुख्य लक्षण है व्यक्ति अत्यंत उदास व निराश हो जाता है, सामान्यतः हम रोज बरोज उदासी, खुशी वह उत्साह अनुभव करते ही है, परन्तु यह उदासी रोजबरोज की उदासी से अलग है । इस उदासी के पीछे किसी तरह के सामाजिक, पारिवारिक, आर्थिक, व व्यक्तिगत कारण हो सकते है । यह निरंतर चलने वाली उदासी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थय के उपर असर करती है ।

अरुचिः

अरुचि या लोस ऑफ़ इंट्रेस्ट, यह भी डिप्रेशन में देखा जाना वाला मुख्य लक्षण है, जहा व्यक्ति अपने पसंदीदा कार्यो वह शौक में भी अरुचि का अनुभव करता है । जो कार्य पहले उसे करने में आनंद वह उत्साह आता था, अब वह कार्य करने का मन ना करना ।

अनिद्रा व अत्यंत नींदः

डिप्रेशन में नीद का अभाव होना, व्यक्ति रात रात भर सोता नही है, विचारो में घिरा रहता है, और नींद के आभाव के कारण बेचैनी अनुभव करता है । जबकि कुछ केस में नींद खूब बढ जाती है, और व्यक्ति १२-१४ घंटो तक सोया रहता है उसे जगाना बोहोत मुश्किल हो जाता है इसी कारण से व्यक्ति की दिनचर्या भी अस्त व्यस्त हो जाती है ।

थकान व अशक्तिः

डिप्रेशन में व्यक्ति बिना किसी परिश्रम के भी थकावट का अनुभव करता है शारीरिक प्रतिक्रिया, मंद पड़ जाती है किसी भी कार्य में मन न लगाना चैन न लगाना, मन बेचैन हो जाता है बिना किसी कारण के अशक्ति वह थकावट का निरंतर अनुभव करता है ।

वजन बढ़ना व घटनाः

डिप्रेशन के कारण व्यक्ति का वजन बढ़ जाता है या घट जाता है, कभी भूख बढ जाती है या भूख कम हो जाती हैं । भूख के कारण वजन में भी बदलाव दिखाई पड़ते है ।

आशाहीन व अपराध भावः

डिप्रेशन में व्यक्ति आशाहीन व नीरस हो जाता है । उसे जीवन निराशा व उदासी से भरा लगता है, कई कोशिशो के बाद भी यह निराशा व हताशा को दूर नही कर पाता और आत्मा सम्मान व आत्मा विश्वास खो बैठता है । तथा व्यक्ति अपराध भाव अनुभव करता है व्यक्ति कमजोर हो जाता है और जीवन के प्रति निराशा से घिर जाता है ।

नकारात्मक विचार व अस्पष्टताः

डिप्रेशन में व्यक्ति क विचार नकारात्मक हो जाते है व्यक्ति नकारात्मक विचार से घिर जाता है, थता निर्णय लेने में अस्पष्ट दिखता है, खुद के प्रति व औरो के प्रति नकारात्मकता सें घिर जाता है । तथा नकारात्मक विचारो की तीव्रता बढ़ जाती है ।

आत्महत्या के विचार व प्रयासः

डिप्रेशन में आत्महत्या के विचारो का आना बड़ी गंभीर अवस्था मानी जाती है निराशा, उदासी हताशा के कारण व्यक्ति जीने की आस तक छोड़ देता है । आत्महत्या के विचारो में घिर जाता है, और आत्महत्या के प्रयत्न करता है और यह एक गंभीर लक्षण माना जाता है ।

आजकल के भाग दौड़ वाले जीवन में हमारे आस-पास कई लोग डिप्रेशन जैसी अवस्था का सामना करते है, इसका इलाज करवाना अत्यंत आवश्यक है । डिप्रेशन की दवाईयों का मुख्य उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य को सुधारना होता है । इन दवाईयों का उपयोग मूड स्विग्स, उदासी, तनाव जैसी अवस्थाओं को दूर करने के लिए किया जाता है । डिप्रेशन की दवाईयाँ अक्सर डोक्टर के परामर्श के आधार पर ही ली जानी चाहिए । इन दवाईयाँ का उपयोग चिकित्सक की दिशा-निर्देशन के अनुसार ही करे । तथा मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह ले ।

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